अभाविप केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक में शिक्षा,समाज, युवाओं सहित विभिन्न विषयों पर तय होगी दिशा।
प. बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुए जघन्यतम अपराधों के विरुद्ध अभाविप केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक मे लाया जाएगा प्रस्ताव।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की पुडुचेरी में आज सोमवार एक प्रेस वार्ता आयोजित हुई, जिसमें अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, राष्ट्रीय मंत्री श्रवण बी राज, राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह, अभाविप उत्तर तमिलनाडु के प्रांत मंत्री युवराज, अभाविप पांडिचेरी विश्वविद्यालय इकाई सह-सचिव आरती उपस्थित रहे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की दो-दिवसीय केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक उत्तर तमिलनाडु प्रांत के पुडुचेरी में 27-28 फरवरी को आयोजित होगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में देश के सभी राज्यों के प्रमुख कार्यकर्ता सहभागिता कर रहे हैं। इस बैठक में विद्यार्थी परिषद की पिछली गतिविधियों की समीक्षा के साथ आगामी योजनाओं का निर्धारण होगा। इस केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक में पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा महिलाओं के साथ किए गए जघन्यतम अपराधों के विरुद्ध प्रस्ताव लाया जाएगा।
इस बैठक में देशभर में आयोजित हो रही अभाविप की संगठनात्मक गतिविधियों पर संवाद के साथ शिक्षा क्षेत्र में हो रहे बदलावों, युवाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों, देश के वर्तमान राष्ट्रीय परिदृश्य तथा सामाजिक स्थिति पर चर्चा कर अभाविप के नेतृत्व में देशभर के युवाओं के साथ सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ने की योजना मूर्त रूप लेगी।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री श्री श्रवण बी राज ने कहा कि कोरोना के उपरांत देश के सभी क्षेत्रों में व्यापक परिवर्तन हुए हैं जिसके कारण देश के युवाओं के सामने नई चुनौतियां आई हैं। विद्यार्थी परिषद शैक्षणिक संस्थानों में सकारात्मक गतिविधियों द्वारा युवाओं के नेतृत्व में सकारात्मक परिवर्तन के लिए दृढ़ संकल्पित है। विद्यार्थी परिषद की इस केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक में संगठनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण निर्णय होंगे।
विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि देश की युवा-शक्ति निरंतर विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक तथा ठोस परिवर्तन लाने की दिशा की ओर संकल्पित है। भारतीय युवाओं ने अपने परिश्रम एवं प्रतिभा के बलबूते विश्व में अपना लोहा मनवाया है। आज देश के सामने नई पीढ़ी को शिक्षित तथा कौशलयुक्त बनाने की बड़ी चुनौती है। विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में देश में ऐसे अनेक प्रयास हो रहे हैं जो युवाओं को भारतीय मूल्यों के अनुरूप आगे बढ़ने की दिशा दे सकें।